Menu
blogid : 11130 postid : 592624

जुदाई

antardwand
antardwand
  • 43 Posts
  • 141 Comments

जब तू था तो सूनापन नही था
इच्छा थी पर अरमान नही था

अश्कों में भिगो लिया दामन मैंने
प्यासी रहूंगी फिर भी सोचा नही था…
तेरी यादों से दिन बनते थे
और जुदाई से काली रातें
तेरे प्यार से ज़िन्दगी बनी थी
और बेवफाई से उखड़ी सांसे…
तेरे गम से मेरा गम जुदा कब था
तू नही समझा बस यही गम था
छीन लिया समय से पहले रब ने
जुदाई का गम क्या पहले कम था..
.images (1)

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply